आचार्य डॉ0 अनिरुद्ध चौबे जी द्वारा द्वीप प्रज्वलित किया गया
एम ए कुशीनगर
रिपोर्टर मुनीर आलम
भुज स्वामी नारायण डंका अब उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में भी हुआ
बताया जाता है कि आज से ढाई सौ वर्ष पूर्व स्वामी नारायण भगवान का जन्म मनका पुर(गोंडा)छपिया में हुआ था वे अल्पायु में गृहत्याग कर नेपाल तथा बद्री केदार नाथ के गुफाओं में तपश्चर्या किया कुछ समय के बाद उन्हें संकेत मिला कि मेरी जरूरत भारत के पश्चिमी क्षेत्र में अतः वे गुजरात प्रान्त के काठियावाड़ क्षेत्र के मध्य लौजगांव में पहुंचे जहां महातपस्वी रामनुचार्य जी के शिष्य से भेट हुआ के पांडेय कुल में उत्त्पन घनश्याम नाम से जाने जाते रहे पिता धर्मदेव माता भक्ति थी रामानंद स्वामी इनका तेज सौर्य एवं तप आदि को देख कर इन्हें शिष्य होने की दीक्षा दी इनका नाम सहज नंद स्वामी रखा और वे बृंदावन के तरफ चले गए अब सहजा नंद स्वामी के तेज प्रसाद से बड़े बड़े राजा महाराजा एव विद्वान संत भी इनके सनिकेट आये सहजानंद स्वामी ने दो गड्डी की स्थापना की जो अहमदाबाद(कालुपुर)में नर नारायण देव तथा वही से कुछ वड़ताल नामक स्थान पर लष्मीनारायन की स्थापना की इसके बाद बड़े बड़े नौ सौ मंदिरो का निर्माण किया जिसमें एक कक्ष नामक क्षेत्र में भुज स्वामीनारायण मंदिर स्थित है आप सबको ज्ञात हो गा आज से चौबीस वर्ष पूर्व 26 जनवरी के पूर्व भूकंप का प्रकोप आया मंदिर की क्षतिग्रस्त हुआ लेकिन परमपूज्य प0पु0महंथ धर्मनन्दन दास था तथा जाटव जी भगत के देख रेख में सम्पूर्ण आश्यस पत्थर से बने हुए भभ्य रूप से स्वामीनारायन भुज में नर नारायण की स्थापना हुई सम्पूर्ण वैदिक विधि विधान से आरती पूजा की जाती है वहाँ के सन्त एक साथ भोजन करना व सैन करना एक तथा साहित्य के क्षेत्र धर्म के क्षेत्र से न केवल गुजरात प्रान्त अन्य प्रांतों में भी विदेशो में भी स्वामीनाराय भगवान की वर्चस्व को फैला है वहाँ के हर भक्तो में इसमे आज रुचि रखते हैं इसी के तहत नारायणी नदी के समीप कुशीनगर जनपद के जटहाँ बाजार क्षेत्र कंठी छपरा गॉव में गरीब महिलाओं व पुरुषों में कुल400 शाल वितरण किया गया प्रेणा स्वरूप डॉ0 सत्यप्रसाद दास एव डॉ0 अक्षय प्रताप इसके माध्यम से प्रेणा स्रोत से सम्पन्न हुआ व्यवस्थापक रूप में वही निवृत्त डॉ0अनिरुद्ध चौबे ने इस कार्य में सम्पूर्ण योगदान कराते हुए वहाँ स्थित ग्राम जनो नागेंद्र गुप्ता तथा अन्य लोगों ने विशेष अतिथि के रूप में जटहाँ बाजार के प्रभारी ओमप्रकाश तिवारी एव उनके सहयोगी एस एस आई विक्रम अजीत राय,अवस पर डॉ0चौबे ने एकादशी भजन तथा शिक्षा पति के अनुसार जीवन में अपनाते हुए बच्चों में बालकपन में ही प्रेणा दी।औऱ एकादशी व्रत सबको कराने की संकल्प कराया वक्ता में प्रभारी तिवारी जी ने अपने उद्बोधन में स्वामीनाराय एव उनके द्वारा किए कार्यों को सराहना किया छपिया में जन्मे स्वामीनाराय पूज्य यू0 पी0 के पूर्वांचल में भी छाए सत्य अहिंसा संस्कार के प्रेणा में स्वामीनाराय साधु संत एक उनके हरि भक्त अब पूर्वांचल के घर घर में विराजमान होंगे तथा मनोज तिवारी ने भी अपनी बहुमूल्य समय दिया मीडिया प्रभारी राजेश कुमार भारती ,आदि लोग शामिल रहे, भजन कीर्तन के बाद प्रसाद व शाल वितरण किया गया है ग्राम जन भी इसमें शामिल रहे।
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